झारखंड उत्पाद सिपाही भर्ती के इस नियम पर इसलिए उठ रहे सवाल, किसी भी पड़ोसी राज्यों में नहीं ही इतना टफ कंप्टीशन, जानिये अन्य राज्यों के नियम

By :  Aditya
Update: 2024-09-08 14:51 GMT

रांची। झारखंड में उत्पाद सिपाही भर्ती सवालों में है। रिपोर्ट बताते है कि भर्ती परीक्षा की दौड़ में अब तक 15 अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है। देश के इतिहास में ये पहली बार है, जब किसी भर्ती परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों की इतनी ज्यादा मौत हुई है। वो भी तब जब अभी परीक्षा पूरी भी नहीं हुई है। आधे से ज्यादा अभ्यर्थियों की दौड़ अभी बाकी है।

लिहाजा, आगे ऐसी घटना नहीं होगी, इस बात से इनकार नहीं है। ना जाने किस मजबूरी में सरकार बंधी है कि वो भर्ती नियम को लेकर नरमी बरतने को तैयार नहीं है।

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उत्पाद सिपाही के लिए लिखित परीक्षा से पहले जो चयन का पैमाना रखा गया है, वो काफी चैलेंजिंग है। बेशक कई अभ्यर्थियों ने फिजिकल परीक्षा पास की भी है, लेकिन कई अभ्यर्थी या तो आधे रास्ते में ही दम तोड़ गये और कईयों ने दौड़ी पूरी करने के बाद जान गंवायी है। झारखंड सरकार ने उत्पाद सिपाही के 583 पदों के लिए भर्ती निकाली है। इसमें सात केंद्रों पर शारीरिक दक्षता परीक्षा हो रही है।

भर्ती परीक्षा के फिजिकल टेस्ट में पुरुष अभ्यर्थियों को 60 मिनट में 10 किलोमीटर की दौड़ पूरी करनी है। वहीं महिला अभ्यर्थियों के लिए 40 मिनट में 5 किलोमीटर की दौड़ पूरी करने की पात्रता है। भर्ती प्रक्रिया के दौरान 60 मिनट में 10 किलोमीटर दौड़ लगाने के दौरान 15 अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा मौत पलामू भर्ती केंद्र पर देखने को मिली है। यहां 5 अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है।

झारखंड में सिपाही भर्ती के लिए होने वाली दौड़ में अब तक 15 अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है, जबकि 100 से अधिक उम्मीदवार अस्पताल में भर्ती बताए जा रहे हैं। सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए इस दौड़ की प्रक्रिया 22 अगस्त से शुरू हुई थी, लेकिन अचानक से 28 अगस्त को झारखंड के एक जिले से चार अभ्यर्थियों की मौत की खबरें आईं। दौड़ की इस प्रक्रिया में अभी तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है।


झारखंड में कॉन्स्टेबल भर्ती के लिए फिजिकल में लड़कियों को पांच और लड़कों को 10 किलोमीटर दौड़ तय समय में लगानी होती है। अब सवाल उठ रहे हैं बाकी राज्यों के मुकाबले झारखंड में सबसे ज्यादा किलोमीटर की दौड़ क्यों कराई जाती है। आखिर ऐसी क्या वजह है झारखंड में इतनी मौते हो गयी, आखिर अन्य राज्यों में अभ्यर्थियों के चयन का पैमाना क्या है।

झारखंड में सबसे ज्यादा किलोमीटर की दौड़

झारखंड में सिपाही भर्ती के लिए फिजिकल टेस्ट के दौरान अभ्यर्थियों को 10 किमी की दौड़ 60 मिनट में पूरी करनी होती है. वहीं महिलाओं के लिए 40 मिनट में 5 किलोमीटर की दौड़ लगानी होती है. इसके अलावा सामान्य, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस वर्ग के उम्मीदवारों की हाइट 160 सेमी निर्धारित की गई है, जबकि छाती की चौड़ाई 81 से.मी. होनी चाहिए. एसटी और एससी उम्मीदवारों की हाइट 155 सेमी और छाती 79 से.मी. होनी चाहिए. महिलाओं के लिए हाइट 148 से.मी. तय की गई है।

यूपी में महिलाओं को सिर्फ 2.4 किलोमीटर दौड़

बात करें उत्तर प्रदेश की तो यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में जनरल और ओबीसी पुरुषों की ऊंचाई यानी हाइट न्यूनतम 168 सेमी होनी चाहिए. एससी/एसटी वर्ग के पुरुष आवेदकों को 8 सेमी की ऊंचाई में छूट है. इस वर्ग में आने वाले अभ्यर्थियों की हाइट 160 सेमी तक होनी चाहिए. जनरल और ओबीसी वर्ग में महिला अभ्यर्थियों की हाइट 152 सेमी होनी चाहिए.


एसटी/एससी वर्ग की महिला अभ्यंर्थी की न्यू्नतम हाइट 147 सेमी होनी चाहिए. महिला आवेदकों का वजन 40 किलोग्राम से कम नहीं होना चाहिए. यूपी पुलिस भर्ती में पुरुषों को 25 मिनट में 4.8 किमी की दौड़ लगानी होती है, वहीं महिलाओं को 2.4 किमी की दौड़ 14 मिनट में पूरी करनी होती है।

बिहार में कितनी होती है दौड़?

बिहार पुलिस कॉन्स्टेबल के लिए पुरुषों को 6 मिनट में 1.6 किलोमीटर की दौड़ लगानी होती है. महिलाओं को 5 मिनट के अंदर 1 किलोमीटर की दौड़ पूरी करनी होती है. लंबाई की बात करें तो सामान्य या ओबीसी वर्ग के पुरुष उम्मीदवारों की लंबाई 165 सेमी होनी चाहिए. ईडब्ल्यूएस/एसटी/एससी वर्ग के उम्मीदवारों की हाइट 160 सेमी होनी चाहिए.

महिला उम्मीदवारों के लिए लंबाई 155 सेमी तय की गई है. सामान्य या ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों की छाती की चौड़ाई बिना फुलाए 81 सेमी और फुलाने के बाद 86 सेमी होनी चाहिए. एसटी और एससी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए यह बिना फुलाए 79 सेमी और फुलाने के बाद 84 सेमी होनी चाहिए।

राजस्थान में 5 किलोमीटर दौड़

राजस्थान पुलिस फिजिकल टेस्ट के अंदर पुरुष अभ्यर्थियों की हाइट और सीना मापा जाता है. वहीं, महिला अभ्यर्थियों की हाइट और वजन नापा जाता है. नियमों के अनुसार, पुरुष उम्मीदवारों की हाइट 168 सेंटीमीटर होनी चाहिए और सीना सामान्य रूप से 81 से.मी. होना चाहिए. वहीं, सीना फुलाकर 86 से.मी. तक होना चाहिए.


अगर महिलाओं के नियमों की बात करें तो महिलाओं की हाइट 168 सेंटीमीटर होनी चाहिए और उनका वजन 47.05 किलोग्राम होना चाहिए।जनरल, ओबीसी और ईडब्लूएस कैटगरी के उम्मीदवारों को 25 मिनट में 5 किलोमीटर की दौड़ लगानी होती है. अगर कैंडिडेट एक्स सर्विसमैन है तो 5 किलोमीटर की दौड़ 30 मिनट में खत्म करनी होगी.

एससी, एसटी उम्मीदवारों को भी पांच किलोमीटर की दौड़ के लिए 30 मिनट का समय दिया जाता है. इसके अलावा महिलाओं को पांच किलोमीटर की दौड़ 35 मिनट में पूरी करनी होती है।

मध्य प्रदेश में इस तरह से होता है चयन

मध्य प्रदेश में वशेष सेवा बल के लिए अनआरक्षित और अन्य पछड़ा वर्ग के कैंडिडेट की लंबाई 168 सेंटीमीटर होनी चाहिए. पुरुषों के लिए सीना सामान्य रूप से 79 से.मी. होना चाहिए और फुलाने के बाद 84 से.मी. होना चाहिए. यहां फिजिकल टेस्ट के कुल 100 अंक होते हैं. इसमें जीडी कैडर के अभ्यर्थियों को 30 अंक लाना जरूरी है. वहीं, रेडयो-ऑपरेटर के लिए को 800 मीटर दौड़ में केवल 20% अंक लाने होंगे।


800 मीटर की दौड़ के लिए एक अवसर और लंबी कूद और गोला फेंक के लिए तीन अवसर दिए जाते हैं. दौड़ के अधिकतम अंक 40, लंबी कूद और गोला फेंक के 30-30 तय किए गए हैं. जो अभ्यर्थी 5.57 मीटर या इससे अधिक दूरी तक की लंबी कूद मारेंगे उन्हें पूरे 30 अंक मिलेंगे. जो अभ्यर्थी 8.76 मीटर या इससे अधिक दूरी तक गोला फेंकेंगे उन्हें पूरे 30 अंक मिलेंगे. पुरुषों के लिए गोला का वजन 7.26 किलोग्राम और महिलाओं के लिए 4 किलोग्राम होगा।

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