इंस्पेक्टर ने की आत्महत्या : ट्रेन के आगे कूदकर हेल्थ इंस्पेक्टर ने दी जान, पिता की शिकायत पर मेजर सहित तीन के खिलाफ मामला दर्ज

जोधपुर। आर्मी में पोस्टेड हेल्थ इंस्पेक्टर ने ट्रेन से कटकर जान दे दी। आरोप है कि हेल्थ इंस्पेक्टर सेना के ही अधिकारियों की टॉर्चर से तंग था। युवक की लाश जोधपुर में मिली है। मृतक का नाम आकाश है, जिसकी नौकरी लगे अभी ढ़ाई महीने ही हुए थे। आकाश एक मई को ही एसएचओ एमएच (मिलिट्री हेल्थ स्टेशन हेल्थ आर्गनाइजेशन) जोधपुर में हैल्थ इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्त हुआ था।

हेल्थ इंस्पेक्टर को प्रताड़ित व आत्महत्या के लिए मजबूर किये जाने के मामले में पुलिस में एक मेजर व मिलिट्री हॉस्पीटल के तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। मृतक के पिता रेवाड़ी निवासी रेवाड़ी निवासी ओम प्रकाश यादव ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि उनका पुत्र इसके बाद जून माह से मेरे लड़के को मानसिक रूप से परेशान किया जाने लगा था।

मेजर विष्णु प्रसाद, सुप्रीडेन्ट हेल्थ कैन्हयालाल, विवेक एसकेटी (एएमसी) व कैप्टन हरिकृष्णा द्वारा मेरे बेटे से अपना प्रोजेक्ट कार्य कार्यालय समय से पहले व बाद में करवाता जाता था। मेरे बेटे ने इस अतिरिक्त कार्य के बदले में सीओएफ मांगी थी। इस पर मेजर विष्णु प्रसाद ने धमकी देकर भगा दिया और अगले दिन सजा के तौर पर साइकिल से फील्ड में जाने का आदेश जारी कर दिया, जबकि ट्रेंडमैन गाड़ी से फील्ड मे जाते थे।

यही नहीं, विवेक ने कार्यालय से धक्के देकर बाहर कर दिया। मेरे बेटे को धमकी दी गई। कैन्हयालाल सुप्रीडेन्ट ने मेरे बेटे के खिलाफ जबरदस्ती कैप्टन हरिकृष्णा से 17 जुलाई 2023 को नोटिस निकलवा कर कार्यालय में सभी के सामने अपमानित किया। इसके बाद कैप्टन हरिकृष्णा ने 24 जुलाई को अपने कार्यालय में बुलाकर प्रताड़ित किया। वहीं, विवेक के द्वारा की गई बदतमीजी पर कोई कार्यवाही नही की गई। मेरे बेटे ने कैप्टन हरिकृष्णा को विवेक के बारे मे बता दिया था। इन सभी ने गिरोह बनाकर बार-बार जानबूझकर मेरे बेटे को अपमानित किया व मानसिक तौर प्रताड़ित किया। इनसे तंग आकर उसने मौत का कदम उठाया।

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