दारोगा ने थाने में कर ली आत्महत्या: सर्विस रिवॉल्वर से कनपटी पर मारी गोली; लिखा-SHO हर जांच के रुपए मांगते हैं
सीतापुर। थाने में दारोगा ने खुद को गोली मार ली। घटना यूपी के सीतापुर की है, जहां दारोगा की आत्महत्या से सनसनी फैल गयी। आरोप है कि दारोगा अपने ही इंस्पेक्टर से काफी परेशान थे। उन्होंने एक सुसाइड नोट भी लिया है। घटना मछरेहटा थाने की है। दरोगा का नाम मनोज कुमार (54) है। मौत के कुछ देर पहले ही घर से थाने पहुंचे थे। उसी दौरान किसी का फोन आ गया।
बातचीत के दौरान उनकी फोन पर ही बहस हुई। इसके बाद उन्होंने अपनी सर्विस रिवॉल्वर निकाली। फिर कनपटी पर रखकर गोली मार ली। फायरिंग की आवाज सुनकर आसपास के पुलिसकर्मी दौड़कर पहुंचे। उनको तुरंत अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।थाने में दरोगा की खुदखुशी की सूचना मिलते ही एसपी चक्रेश मिश्रा सहित भारी पुलिस बल जिला अस्पताल पहुंच गया। डॉक्टरों ने जैसे ही दरोगा मनोज कुमार को मृत घोषित किया तो पूरे पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई। मछरेहटा थाने में तैनात दरोगा की आत्महत्या किए जाने को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।
दारोगा की मौत के बाद सुसाइड नोट भी सामने आया है। इसमें दरोगा ने सुसाइड से पहले SHO पर गंभीर आरोप लगाये हैं। इसमें लिखा है कि बिना रुपये लिए मछरेहटा के SHO कोई काम नहीं करते थे। लिहाजा मनोज कुमार ने मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर खुद को गोली मारली। इस मामले में सुसाइड नोट सामने आने के बाद SP ने जांच कमेटी गठित कर दी है। थाने के सूत्रों की मानें तो दरोगा मनोज कुमार पिछले कई दिनों से मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे।
उनकी परेशानी का कारण थानाध्यक्ष द्वारा लगातार प्रताड़ित किया जाना बताया जा रहा है। अगर सूत्रों की माने तो मछरेहटा थाने पर तैनात सभी लोग थानाध्यक्ष की प्रताड़ना से काफी परेशान हैं। इस मामले पर एसपी चक्रेश मिश्रा का कहना है कि हर पहलू को लेकर जांच की जा रही है और दरोगा मनोज कुमार के परिवार वालों को सूचना दे दी गई है। मनोज कुमार फतेहपुर जनपद के रहने वाले थे। SP ने थानाध्यक्ष सहित 5 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर करने का प्रस्ताव भी चुनाव आयोग को भेजा है। इनमें प्रभारी निरीक्षक राजबहादुर, मुख्य आरक्षी रंजीत कुमार यादव, मुख्य आरक्षी अबू हादी, आरक्षी सुनील कुमार, आरक्षी शाने आलम शामिल हैं।